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Cash Flow Kya Hai? Full Detail Hindi Me

Cash Flow Kya Hai? Free Cash Flow Kya Hai? Full Detail Hindi Me


अगर आप बिज़नेस, Finance या stock market में रुचि रखते हैं, तो आपने "कैश फ्लो" Cash Flow का नाम जरूर सुना होगा। लेकिन कई लोगों को इसकी सही जानकारी नहीं होती कि cash flow कैसे काम करता है और यह किसी भी बिज़नेस या stock market में invest के लिए देखना क्यों जरूरी है। आज हम इस ब्लॉग में Cash Flow kya hai full detail hindi me समझेंगे और जानेंगे कि free cash flow क्या होता है, जिससे आपको फाइनेंस की बेहतर समझ मिल सके।


स्टॉक मार्केट में Cash flow देखना इसलिए ज़रूरी है क्योंकि यही असली खेल बताता है—कंपनी के पास हकीकत में कितना पैसा आ रहा है या जा रहा है! कई बार कंपनी प्रॉफिट तो दिखाती है, लेकिन कैश फ्लो कमजोर होता है, मतलब कागज़ पर अमीर, लेकिन असल में तंगी में!


Cash Flow Kya Hai? Full Detail Hindi Me



Cash Flow Kya Hai? कैश फ्लो क्या है?


कैश फ्लो का मतलब है – किसी व्यक्ति, कंपनी या बिज़नेस के पास आने और जाने वाले पैसों का हिसाब। आसान लफ्जों में कहें, तो यह बताता है कि आपके पास कितना पैसा आ रहा है और कितना खर्च हो रहा है।


मान लीजिए कि आप एक दुकान चलाते हैं। हर दिन ग्राहक आपके पास आते हैं और आपसे सामान खरीदते हैं। उनके द्वारा दिया गया पैसा आपका इनकम (Income) है यानी "कैश इनफ्लो" (Cash Inflow)। दूसरी तरफ, आपको बिजनेस के लिए माल़ खरीदना होता है, बिजली का बिल भरना होता है, किराया देना होता है—यह सब आपके खर्चे हैं, जिसे "कैश आउटफ्लो" (Cash Outflow) कहते हैं।


अगर आपकी इनकम आपके खर्चों से ज्यादा है, तो आपका Cash flow पॉजिटिव होगा, यानी आप प्रॉफिट में हैं। लेकिन अगर खर्चा ज्यादा है और इनकम कम है, तो cash flow नेगेटिव होगा, जो किसी भी बिज़नेस के लिए खतरे की घंटी हो सकता है।


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Cash Flow कैसे काम करता है?


कैश फ्लो को अच्छे से समझने के लिए इसे तीन मुख्य भागों में बांटा जाता है:


1. ऑपरेटिंग कैश फ्लो (Operating Cash Flow)


यह वह पैसा है जो किसी बिज़नेस की मुख्य गतिविधियों से आता है, जैसे कि प्रोडक्ट बेचने या सर्विस देने से होने वाली कमाई। उदाहरण के लिए, एक किराने की दुकान का ऑपरेटिंग कैश फ्लो उसकी रोज़ की बिक्री से आने वाला पैसा होगा।


Example: उदाहरण 


मान लो, रोहित की एक कपड़ों की दुकान है। अब उसके बिजनेस में निम्नलिखित कैश फ्लो हो सकते हैं:


A. Cash Inflow (कैश आना)


ग्राहकों से कपड़े बेचकर ₹50,000 मिले


पुराने उधारी वाले ग्राहकों से ₹10,000 मिले



Total Cash Inflow = ₹60,000



B. Cash Outflow (कैश जाना)


कपड़े खरीदने के लिए सप्लायर को ₹30,000 दिए


बिजली-पानी का बिल ₹5,000


कर्मचारियों की सैलरी ₹10,000



Total Cash Outflow = ₹45,000



अब, Operating Cash Flow = Cash Inflow - Cash Outflow

= ₹60,000 - ₹45,000

= ₹15,000


इसका मतलब?


रोहित की दुकान ने इस महीने ₹15,000 का पॉजिटिव ऑपरेटिंग कैश फ्लो जेनरेट किया। इसका मतलब है कि उसकी दुकान अपने खुद के ऑपरेशन्स से मुनाफा कमा रही है। अगर यह नेगेटिव होता, तो इसका मतलब होता कि दुकान की कमाई से ज़्यादा खर्च हो रहा है।


2. इन्वेस्टिंग कैश फ्लो (Investing Cash Flow)


यह वह पैसा होता है जो बिज़नेस अपने विस्तार के लिए खर्च करता है, जैसे कि नए उपकरण खरीदना, प्रॉपर्टी में निवेश करना, या किसी दूसरे बिज़नेस में पैसा लगाना।


Example: उदाहरण


मान लो, रोहित की कपड़ों की दुकान अच्छी चल रही है, और अब वह अपने बिजनेस को बढ़ाने के लिए कुछ नया investment करता है।


Cash Outflow (कैश खर्च हुआ - नेगेटिव कैश फ्लो)


1. एक नई दुकान खोलने के लिए ₹1,00,000 का नया शोरूम खरीदा।



2. दुकान में इस्तेमाल करने के लिए एक नई सिलाई मशीन ₹20,000 में खरीदी।


👉 Total Investing Cash Outflow = ₹1,20,000


Cash Inflow (कैश आया - पॉजिटिव कैश फ्लो)


1. पुरानी सिलाई मशीन ₹5,000 में बेच दी।


2. कुछ एक्स्ट्रा जमीन थी, जिसे ₹50,000 में बेच दिया।


👉 Total Investing Cash Inflow = ₹55,000


अब, Investing Cash Flow = Cash Inflow - Cash Outflow

= ₹55,000 - ₹1,20,000

= ₹(-65,000) (नेगेटिव इन्वेस्टिंग कैश फ्लो)


इसका मतलब?


रोहित ने अपने बिजनेस को बढ़ाने के लिए ₹65,000 का इन्वेस्टमेंट किया, इसलिए इन्वेस्टिंग cash flow नेगेटिव है।


यह एक अच्छा संकेत हो सकता है क्योंकि इसका बिजनेस भविष्य में growth के लिए निवेश कर रहा है।


अगर इन्वेस्टिंग कैश फ्लो लगातार पॉजिटिव हो, तो इसका मतलब हो सकता है कि कंपनी अपने assets बेच रही है, जो बिजनेस के लिए अच्छा संकेत नहीं है।


3. फाइनेंसिंग कैश फ्लो (Financing Cash Flow)


यह कैश फ्लो उन पैसों से जुड़ा होता है जो किसी बिज़नेस को कर्ज़ (Loan) लेने या शेयर बेचकर मिलते हैं, और इसमें वह पैसे भी शामिल होते हैं जो किसी लोन को चुकाने में जाते हैं।


अगर किसी बिज़नेस का ऑपरेटिंग कैश फ्लो मजबूत है, तो उसे ज्यादा कर्ज़ लेने की जरूरत नहीं पड़ती और वह आसानी से grow कर सकता है।


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Free Cash Flow क्या होता है?


Free Cash Flow (FCF) वह पैसा होता है जो किसी बिज़नेस के खर्चों को निकालने के बाद बचता है। इसे कंपनी के असली प्रॉफिट का सही मापदंड माना जाता है, क्योंकि इसमें सभी ज़रूरी खर्चों को घटाने के बाद बचा हुआ कैश दिखाया जाता है।


उदाहरण के लिए, मान लीजिए कि एक कंपनी की कुल इनकम ₹10 लाख है और उसने ऑपरेशन, टैक्स, और अन्य खर्चों में ₹7 लाख खर्च कर दिए। तो उसका Free Cash Flow = ₹10 लाख - ₹7 लाख = ₹3 लाख होगा।


Free Cash Flow क्यों जरूरी है?


इससे पता चलता है कि कंपनी के पास भविष्य में आगे चलकर growth करने के लिए पैसा है या नहीं।


निवेशकों (Investors) के लिए यह एक indicator होता है कि कंपनी फाइनेंशियली कितनी मजबूत है।


अगर किसी कंपनी का FCF लगातार पॉजिटिव है, तो इसका मतलब है कि वह आगे भी ग्रोथ कर सकती है।


Cash Flow देखने के 4 बड़े कारण:


1. पैसा आ कहाँ से रहा है? – कंपनी जो कमा रही है, वो असल में कैश में आ भी रहा है या सिर्फ अकाउंट्स में नंबर बढ़ रहे हैं?


2. कंपनी कर्ज में तो नहीं डूबी? – अगर ऑपरेटिंग कैश फ्लो अच्छा है, तो कंपनी कर्ज चुकाने और ग्रोथ के लिए खुद के पैसों पर निर्भर कर सकती है।


3. डिविडेंड और शेयर बायबैक मिलेगी या नहीं? – अगर कंपनी के पास एक्स्ट्रा कैश है, तो वो इन्वेस्टर्स को रिवॉर्ड कर सकती है।


4. भविष्य में दिक्कत तो नहीं आएगी? – अगर कंपनी का कैश फ्लो पॉजिटिव है, तो वो लंबे समय तक टिक सकती है और नए प्रोजेक्ट्स में पैसा लगा सकती है।


सीधा-सादा फंडा


प्रॉफिट के झांसे में मत आओ, असली कैश फ्लो देखो! अगर कंपनी के पास कैश फ्लो अच्छा है, तो वह मजबूती से टिकी रहेगी, और अगर नहीं है, तो बस नंबर गेम है, जो ज्यादा दिन नहीं टिकता।


निष्कर्ष: Conclusion 


स्टॉक मार्केट में निवेश करने से पहले केवल मुनाफे को देखना काफी नहीं है। कंपनी का Cash Flow statement यह समझने में मदद करता है कि वह वास्तविक रूप से कितनी मजबूत है और उसके पास भविष्य में बढ़ने की कितनी क्षमता है। इसलिए, सकारात्मक और बढ़ता हुआ कैश फ्लो वाली कंपनियों में निवेश करना अधिक सुरक्षित और फायदेमंद हो सकता है।


अब आपको समझ चुके हैं कि Cash Flow Kya Hai जिसकी Full Detail Hindi Me आपको मिल चुकी है।


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